हापुड़ (मनीष कुमार) मोनाड विश्वविद्यालय में गुरुवार को स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड बिजनेस स्टडीज के तत्वाधान में वित्तीय बुद्धिमत्ता व निवेशक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत में विश्वविद्यालय के प्रतिकुलाधिपति डॉ० एनके सिंह, कुलपति डॉ० मोहम्मद जावेद, उपकुलपति एवं कुलसचिव कर्नल डीपी सिंह, उपकुलपति (प्रशासनिक) प्रो० योगेश पाल सिंह, उपकुलपति (अकादमिक) डॉ० जयदीप कुमार, उपकुलपति (एडमिशन) रोहित शर्मा एवं सम्मानित अतिथि, सीनियर कंसल्टेंट एएमएफआई, पूर्व डीजीएम, सेबी सूर्यकांत शर्मा ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष द्वीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। व्याख्यान का आरंभिक परिचय प्रोफेसर (डॉ.) दीपांशु अग्रवाल द्वारा दिया गया।मुख्य अतिथि सूर्यकांत शर्मा का स्वागत डॉ. दीपांशु अग्रवाल (वाणिज्य विभागाध्यक्ष) और डॉ. अरुण जादौन (प्रबंधन विभागाध्यक्ष) द्वारा एक पौधा भेंट कर सम्मान स्वरूप किया गया इस मौके पर मुख्य वक्ता सूर्यकांत शर्मा ने बचत और निवेश के महत्व पर एक आकर्षक व्याख्यान दिया, जो विशेष रूप से युवा पीढ़ी के लिए तैयार किया गया था। उन्होंने वित्तीय नियोजन के महत्व पर जोर दिया और जीवन में कम समय में बचत की आदत डालने के लिए व्यावहारिक रणनीतियों को साझा किया। उन्होंने छात्रों को धन बनाने और वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त करने की दिशा में छोटे लेकिन लगातार कदम उठाने के लिए प्रेरित किया। न केवल छात्रों बल्कि संकाय सदस्यों को भी शर्मा की अंतर्दृष्टि से बहुत लाभ हुआ। उन्होंने विभिन्न निवेश के अवसरों पर व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्रदान किया और उन्हें दीर्घकालिक स्थिरता के लिए सूचित वित्तीय निर्णय लेने के बारे में बताया।
छात्रों से निवेश पर उनकी राय जानने के लिए कुछ प्रश्न पूछे गए। प्रश्नोत्तर उपहार विजेता में एमबीए तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थी राज प्रताप सिंह, शिवानी तोमर और प्रियांशी तोमर वहीं एमबीए प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थी लक्षिता शर्मा, प्राची चौधरी व बीबीए से आशीष पवार रहे। डॉ. शिल्पी सिंह, डीन (प्रबंधन), ने अतिथि को मोमेंटो प्रदान कर उनके प्रति सम्मान व्यक्त किया इस कार्यक्रम में मंच का सफल संचालन एमबीए अन्तिम वर्ष की छात्रा दीपशिखा जायसवाल व मुस्कान एवं धन्यवाद ज्ञापन श्री नीतीश कुमार ने किया। इस सेमिनार में प्रबन्धन विभाग के डॉ० रियाज मोहम्मद, डॉ० सारिका अग्रवाल एवं ममता रानी आदि शिक्षकों का विशेष योगदान रहा। इस कार्यक्रम में अन्य विभागों के शिक्षकों के साथ बड़ी संख्या में छात्र एवं छात्रायें भी उपस्थित रहे।